प्राइवेट स्कूल की मनमानी को बंद करने को लेकर समाजसेवी ने गोड्डा उपर्युक्त को सोपा ज्ञापन
रिपोर्ट: रितेश कुमार गोड्डा:- कुछ दिनों पहले से सोशल मीडिया में एक फोटो वायरल हो रहा है.ज़िसमे किसी निजी स्कुल के पोषाक पर मानमाना दाम अंकित था . इसको लेकर आर्यन ने कहा की निजी स्कूल वाले आम जनता को मनमाने दाम पर किताब ,कॉपी ,पोषाक आदि मुहैया कराते हैं .ज़िससे आम जनता परेशान हैं .दुकांदारो की मिली भगत से कमीशनंखोरी का धन्दा चलता हैं .चन्द पुंजीपती लोगो ने शिक्षा को व्यापार बनाके रख दिया हैं .सबसे बड़ा सवाल यह हैं की सरकार इनपर कोई लगाम लगाने का नियम क्यो नहीं लागु करती है .इस निजी स्कूल व्यवस्था मे आम आदमी की कमर टूट चुकी हैं .व्यवस्था के नाम पर बढ़ चढ़ कर पैसा वसुला जाता हैं .ज़िले मे निजी विद्यालयो ने राइट टू एजुकेशन की धजिया उड़ा रखी है. बहुत सारे निजी विद्यालयों में राइट टू एजुकेशन के अनुसार 25% जरूरतमंद बच्चों को नि:शुल्क पढ़ाई नहीं की जाती.जो की सरकार के गाइडलाइन के खिलाफ है.ज़िले के बहुत से निजी स्कूल का अपना रजिस्ट्रेशन भी नहीं है. परीक्षा के समय बच्चों को किसी और स्कूल के नाम से परीक्षा दिलवाने का काम करते हैं. जिस जिले के बच्चों का भविष्य बर्बाद हो रहा है....